हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम अंकित है और में पुणे में रहता हूँ जो कि महाराष्ट्र में आता है. यहाँ हर साल हज़ारो बच्चे पूरे हिन्दुस्तान से पढ़ाई और नौकरी की तलाश में आते है और में भी उनमें से एक था. मेरे परिवार से मुझे ज्यादा मदद नहीं मिलती थी तो मैंने 20 साल की उम्र से ही काम करना स्टार्ट कर दिया था. मुझे शुरुवात में सैलरी काफ़ी अच्छी मिल जाती थी, लेकिन यहाँ रहना काफ़ी महंगा था और में मेरे जो दोस्तों के साथ रह रहा था, वो काफ़ी अमीर थे और उनको कोई फ़र्क नहीं पड़ता था.
अब मुझसे ये बात बर्दाश्त नहीं हुई तो मैंने तुरंत नया फ्लेट ढूँढना स्टार्ट कर दिया, जब मई 2010 का महीना था और उस समय मेरी उम्र 20 साल की थी. फिर मैंने सोचा कि ये ऑफ सीज़न चल रहा है और फ्लेट मेरे बजट में मिल सकता है, क्योंकि उस समय ज्यादातर बच्चे अपने घर जाते है और जुलाई में आते है. फिर मैंने एक फ्लेट मालिक से बात कि तो उसने कहा कि यह फ्लेट सिर्फ शादीशुदा के लिये है. फिर 10 दिनों तक ढूँढने के बाद मुझे एक बंदे का फोन आया और पूछा कि फ्लेट किराए पर चाहिए क्या? तो मैंने कहा कि मेरा बजट कम है और मुझे जल्दी शिफ्ट करना है. तो उसने कहा कि में तुमसे किराया नहीं लूँगा, लेकिन तुम्हें मेरी मदद करनी होगी, अब में सोच में पड़ गया कि क्या होगा?
फिर उसने मुझे मिलने को कहा. फिर मुझे पता चला कि उसका फ्लेट तो एक अमीर सोसाइटी में है तो फिर वो किराए पर क्यों दे रहा है? अब में तो वहाँ की हरयाली देखकर दंग रह गया. फिर जब में उसके फ्लेट में पहुँचा तो मैंने देखा कि फ्लेट काफ़ी अच्छा था और फिर मैंने बेल बजाई तो उसने दरवाजा खोला. फिर में अंदर गया तो उसने मुझे अपना फ्लेट दिखाया. अब में अपनी आँखे फाड़-फाड़ कर देख रहा था और सोच रहा था कि ये फ्लेट तो मेरे पहुँच के बाहर है. फिर मैंने उसकी पत्नी को हैल्लो कहा और हम ड्राइंग रूम में आकर बैठ गये. अब बातें करते-करते उसने मुझसे कहा कि देखो अब में 5 दिन के बाद विदेश जा रहा हूँ और 2 साल ले बाद ही आऊंगा, मुझे किराया नहीं चाहिए, लेकिन कोई चाहिए जो मेरे फ्लेट को साफ़ रखे सके.
में अगर अपने रिश्तेदार को ये फ्लेट दे गया तो वो लोग ठीक से नहीं रहेंगे और मेरी पत्नी को ये सब पसंद नहीं है, इसलिए में कोई ऐसा व्यक्ति ढूँढ रहा हूँ जो मेरे फ्लेट को ठीक से रखे. फिर में तुरंत मान गया और पूछा कि इस फ्लेट का किराया कितना देना होगा? तो उसकी पत्नी ने हंसकर कहा कि किराए के बदले तुम्हें बस इस फ्लेट की देखभाल करनी होगी. फिर में मान गया और कहा कि में 5 दिन के बाद आऊंगा, जब आप लोग जाने के लिए तैयार हो जाओगे, अब में बड़ा खुश था और घर जाने लगा. दोस्तों में आपको बता दूँ कि मुझे काफ़ी समय से अकेले रहने की इच्छा थी, ताकि में अपनी इच्छायें पूरी कर सकूँ.
फिर आख़िरकार पाचवां दिन आ गया और फिर मैंने अपना बैग उठाया और निकल पड़ा मेरे 2 साल के आशियाने में. अब में बड़ा खुश था और जैसे ही में वहाँ पहुँचा तो मैंने देखा कि वो लोग अभी भी पैकिंग कर रहे थे और घर में काफ़ी सामान बिखरा पड़ा था. फिर मैंने अपना सामान रखा और घर में एक बार मुआयना किया. फिर मैंने देखा कि सारी जगह पर उनके कपड़े, किताबें, सी.डी और भी काफ़ी सामान पड़ा हुआ था. अब उसका पति उसकी पत्नी से कह रहा था कि डार्लिंग फ्लाइट में एक व्यक्ति 40 किलोग्राम से ज्यादा नहीं ले जा सकता है, तो उन्होंने 4 बैग पहले से ही पैक कर लिए थे और अब उनकी टैक्सी भी एरयपोर्ट जाने के लिए आ गयी थी.
अब उसकी पत्नी ने कहा कि घर की हालत तो देखो कैसी है? मुझे सब संभालना है. फिर उसके पति ने कहा कि अब संभालने के लिए टाईम नहीं है. फिर उन्होंने मुझे अपने पूरे घर की चाबी दी और सारी अलमारी की भी चाबी दी और कहा कि प्लीज़ सब संभाल लेना और मुझे 10000 रुपये भी दिए और कहा कि ये तुम्हारी मदद के लिए है. अब में खुश हो गया और उनको टैक्सी में सामान रखवाने में मदद कर दी. फिर मैंने उन दोनों को बाय कहा और फिर में ऊपर आ गया, अब में जैसे ही ऊपर आ रहा था तो मैंने देखा कि वो बिल्डिंग ज्यादातर खाली ही रहती है, क्योंकि वहाँ के लोग ज्यादातर बाहर ही रहते है.
फिर मैंने सोचा कि ये तो बड़ी अच्छी बात है, अब में फ्लेट में मज़े कर सकता हूँ और कोई मुझे रोक भी नहीं सकता है. अब में जैसे ही अंदर आया तो मैंने देखा कि फ्लेट की हालत काफ़ी खराब थी और सोचा कि चलो अब काम शुरू किया जाए.
फिर मैंने ड्राइंग रूम से स्टार्ट किया तो वहाँ ज्यादा कपड़े नहीं थे, फिर में बालकनी में गया और देखकर हैरान रह गया. मैंने देखा कि वहाँ पर मकान मालिक कि पत्नी के कपड़े सूख रहे है, जिसमें उसकी 2 ब्रा एक रेड कलर की और एक ब्लू कलर की, साथ में पेंटी और एक गाउन सूख रहा था. अब में तो जैसे उत्तेजित होने लगा, क्योंकि मेरी काफ़ी समय से इच्छा थी कि में आंटीयों के कपड़ो को महसूस करूँ और पहन कर देख सकूँ, लेकिन ये में कभी कर नहीं पाया था. मुझे औरतों के इस्तेमाल किए हुए कपड़े बहुत पसंद आते है, क्योंकि उनमें से काफ़ी अच्छी महक आती है.
अब जैसे ही में अंदर गया तो मैंने पहले सारे बाथरूम चैक किए और देखा कि वहां भी ब्रा और पेंटी रखे हुए है और साथ में इस्तेमाल की हुई 3 लेगी थी. अब मेरा दिल तो मचलने लगा और सोचने लगा कि अब में कितने मज़े करूँगा? अब मेरे हाथ में तो जैकपॉट आ चुका है. फिर मुझे सफाई याद आई और फिर मैंने सारे रूम में से कपड़े इकट्ठा किए, तो मुझे उसकी पत्नी के कुछ कपड़े मिले और फिर मैंने देखा कि उसके कपड़े मुझे फिट हो सकते है तो में उछल पड़ा.
फिर मैंने सोचा कि में पहले सारे घर को साफ़ कर लूँ और आराम से मज़े लूँ, अब मेरे पास पूरी तरह से मजे करने के लिए 2 साल है. फिर इतने में मकान मालिक का कॉल आया और मुझसे कहा कि तुम सारे कपड़े किसी को दे देना, क्योंकि अब वो हमारे काम में नहीं आयेंगे. तो मैंने कहा कि ठीक है और आपकी यात्रा अच्छी हो कहकर फोन कट कर दिया. अब में तो बिल्कुल खुश हो गया और डांस करने लगा, अब मुझे काम करते-करते शाम हो गयी थी. अब में सोचने लगा कि अब क्या किया जाए? तभी मैंने सोचा कि ड्रिंक्स लाई जाए और महँगी सिगरेट लाई जाए ताकि मज़े किए जाए, क्योंकि अब मुझे 2 साल तक परेशान करने के लिए कोई भी नहीं है.
फिर में ड्रिंक की बोतल लाया और खाना भी साथ में लाया, अब में उनके डी.वी.डी प्लेयर में सी.डी चैक कर रहा था तो अचानक से मेरी नज़र एक सी.डी पर गयी, फिर मुझे ऐसी 4 और सी.डी मिली. फिर मैंने सोचा कि ये कोई पॉर्न मूवी हो सकती है और अब में अंदर जाकर कपड़े चेंज करके ब्रा, पेंटी और एक गाउन पहन कर आ गया. फिर मैंने सी.डी चलाई तो मेरी आँखे खुली रह गयी, इस सी.डी में मेरा मकान मालिक और उसकी पत्नी थे, जो हनिमून के टाईम पर सेक्स कर रहे थे.
अब में तो पागल ही हो चुका था, फिर अब में पैग पिए जा रहा था और सी.डी देखे जा रहा था. अब मेरा तो बिना हिलाए ही पानी निकल गया था और अब अगले 5 दिनों तक मेरा यही प्रोग्राम चल रहा था. फिर जैसे ही मेरे रुपये ख़त्म हुए तो मैंने ऑफिस जॉइन कर लिया और रोज़ रात में घर आने के बाद क्रॉस ड्रेसिंग करने लगा. अब में आप सब लोगों को बता दूँ कि मुझे लेडीस के कपड़े पहनना अच्छा लगता है, लेकिन में गे नहीं हूँ. में हमेशा से लड़कियों में और औरतों में ही रूचि रखता हूँ. मुझे यह भी पता है कि लेडीस को भी क्रॉस ड्रेसिंग लड़के पसंद है, वो कैसे? में आप सबको अभी बताता हूँ.
अब मेरी असली कहानी शुरू होती है. कुछ दिन अकेले मजे करने के बाद में सोचने लगा कि कुछ नया किया जाए, जिससे और भी मज़ा आए और अचानक से मुझे विदेश से मेरे मकान मालिक का फोन आया और उसने मेरा हाल चाल पूछा तो मैंने उसे बताया कि सब ठीक है, फिर उसने अचानक से मुझसे पूछा कि एक्सट्रा इनकम कमाना चाहते हो तो मैंने कहा कि कैसे? तो उसने कहा कि 3BHK का फ्लेट है, उसमें से एक बेडरूम तुम ले लो और बाकी में किरायेदार रख लो और जितना भी किराया आयेगा वो आधा आधा कर लेंगे. फिर मैंने तुरंत हाँ कर दी और फिर मेरे मकान मालिक ने कहा कि कोई लेडी को किरायदार रख लो तो तुम्हें खाना बनाने की चिंता भी नहीं रहेगी.
फिर मैंने दूसरे दिन रियल एस्टेट ब्रोकर को इसके बारे में कह दिया. फिर अगले दिन एजेंट ने घर 6-7 लेडीस को दिखाया, जिसमें से 6 लेडीस मान गयी थी. अब मैंने तो 4 का ही कहा था, लेकिन ये तो 6 है अब क्या किया जाए? फिर मैंने सोचा कि में हॉल में एड्जस्ट कर लूँगा और लेडीस को 3 रूम दे देता हूँ और क्यों ना दूँ? मुझे 2 लोग का किराया भी तो ज्यादा मिल रहा था.
अगले दिन 6 लेडीस आई और मैंने सबको एक-एक चाबी दे दी और अभी तक मैंने सब लेडीस को ठीक से देखा भी नहीं था, वो सभी बहुत खूबसूरत थी, लेकिन में उनके बारे में ज्यादा नहीं जानता था. अब में आपको सबका परिचय देता हूँ, 6 लेडीस में से 4 शादीशुदा है और 2 तलाकशुदा है. उन सबकी उम्र 32 से 38 साल के बीच है, रजनी उम्र 34 साल और फिगर 36-34-36, कोमल उम्र 36 साल और फिगर 35-33-36, नंदिता उम्र 38 साल और फिगर 38-36-38, लीला उम्र 35 साल और फिगर 34-32-36, सौम्या उम्र 33 साल और फिगर 36-34-36 और करिश्मा उम्र 32 साल और फिगर 38-36-40 है.
फिर पहले दिन तो सभी लेडीस ने अपना सामान रखा और अपने-अपने काम पर चली गयी. अब शाम को में जब घर आया तो मैंने देखा कि सब लेडीस आ गयी है और किचन से खुशबू आ रही थी, अब में जैसे ही अंदर गया तो पता लगा कि बिरयानी बन रही है. अब नंदिता किचन में थी और सौम्या सब्ज़ी काट कर रही थी. फिर में फ्रेश हो गया और शॉर्ट्स और टी-शर्ट पहन कर आ गया. (मैंने मेरे मकान मालिक कि पत्नी के सारे कपड़े इन सबके आने से पहले एक जगह छुपा दिए थे)
अब में फ़ुर्सत से सबको देख रहा था, वैसे सब लेडीस खूबसूरत थी और सबका फिगर भी मस्त था, जिसे भी चाहो देखते रहो और अपनी सारी इच्छा पूरी करो. फिर थोड़ी देर बाद खाना लग गया और हम सब खाना खाने लगे. फिर कुछ दिन ऐसे ही बीत गये और अब मैंने भी अपनी वासनाओं से थोड़ा ध्यान भटका दिया, क्योंकि इतने दिन मुठ मार-मार कर में थक गया था. क्योंकि वो सब किरायदार थी और मुझे मकान मालिक को हर महीने किराया देना होता था, इसलिए मैंने एक महीने तक कोई हरकत नहीं की. अब ऑफिस में व्यस्त होने की वजह से मेरा ज्यादातर टाईम काम में ही जा रहा था.
फिर जैसे ही मेरा प्रॉजेक्ट ख़त्म हुआ तो मैंने 3 दिन की छुट्टी ले ली. अब में सब लेडीस से ऐसे घुल मिल गया था कि जैसे में अपने दोस्तों के साथ रहता था. अब में सभी लेडीस को परेशान करता था और सब मुझे भी तंग करती थी. अब मेरी जब से छुट्टियाँ शुरू हुई तो मैंने सोचा कि पुराने कपड़े पहन कर मज़ा किया जाए, लेकिन मेरा ध्यान अब न्यू माल पर गया जो कि उन लेडीस के कपड़े थे. अब सब लेडीस अपने-अपने ऑफिस गयी थी और अब मेरे पास मज़े करने के लिए पूरा दिन था. फिर में जैसे ही रजनी और कोमल के रूम में गया तो मैंने उनके बैग में से एक ब्लू कलर की ब्रा निकाली और एक टॉप निकाला, जो शायद कोमल का था और साथ में एक वाईट कलर की लेगी भी निकाली, क्योंकि वो मुझे बहुत पसंद है.
खूबसूरत आंटियों के साथ सेक्स पार्टी |
फिर में जैसे ही नंदिता और लीला के रूम में गया, तो मैंने लीला का लैपटॉप देखा और उसे चालू कर दिया. अब जैसे ही में फाईल्स चैक कर रहा था तो मुझे एक XXX फोल्डर दिखा, जिसमें MYX लिखा था तो मैंने जैसे ही उस फोल्डर को खोला तो मुझे लीला की एक फोटो दिखी, जिसमें उसने सिर्फ़ ब्रा पहनी थी. फिर मैंने तुरंत लेगी खोली और मुठ मारने लगा. फिर पूरे दिन मैंने यही किया और बाद में सब जैसा का जैसा रख दिया और बाहर घूमने चला गया. फिर में रात को जैसे ही लौटा तो मैंने देखा कि सब नॉर्मल है, अब मुझे जब भी मौका मिलता है तो में रजनी, कोमल, नंदिता, लीला, सौम्या और करिश्मा इन सबके कपड़े पहनता और मज़े लेता था.
अब गर्मियाँ ख़त्म होने में थी, लेकिन ज्यादा गर्मी होने के कारण अब में सिर्फ़ बनियान और शॉर्ट्स पहन कर ही सोता था. अब मेरी शिफ्ट लेट नाईट तक होने की वजह से में सुबह लेट उठता था और अब मैंने कई बार रजनी, कोमल, नंदिता, लीला, सौम्या और करिश्मा सबको मेरे लंड की और देखते हुए देखा है. अब जब हम लोग ग्रुप गेम्स खेलते थे और ड्रिंक्स करते थे तो सब मुझसे पूछती थी कि तेरी कोई गर्लफ्रेंड नहीं है क्या? तो में हमेशा ना कहता था, क्योंकि में गर्लफ्रेंड में विश्वास नहीं रखता था. अब इतने टाईम में हम सब घुल मिल गये थे.
अब जून का दूसरा हफ़्ता चल रहा था और बारिश स्टार्ट ही हुई थी. में ऑफिस अपनी बाइक पर जाता था और अब में रोज़ अपना रेनकोट ले जाता था. अब एक दिन ऐसा हुआ कि में अपना रेनकोट ऑफिस में ही ही भूल गया और अब जैसे ही में घर लौट रहा था तो अचानक तेज़ बारिश होने लगी और में घर पहुँचते-पहुँचते पूरी तरह से भीग गया. फिर जैसे ही में घर पहुँचा तो मुझे याद आया कि मैंने अपने कपड़े धोबी को धोने के लिए दिए है और अब भीगने की वजह से मेरा फोन भी बंद हो गया था. अब रजनी, कोमल, नंदिता, लीला, सौम्या और करिश्मा अंदर ही बैठे थे और मुझसे पूछने लगे कि क्या हुआ किस सोच में हो? जाओं अपने कपड़े चेंज कर लो नहीं तो ठंड लग जायेगी.
फिर मैंने कहा कि मेरे सारे कपड़े धोबी के पास है और अभी तो मुश्किल ही लग रहा है तो मैंने कहा कि में अभी जाकर अपने कपड़े लेकर आता हूँ. तो उन सबने कहा कि बारिश में धोबी भी घर चला गया होगा और तुम्हें क्या लगता है कि वो तुम्हारे लिए कहीं रेगिस्तान में कपड़े सुखायेगा? अब में ठंड के मारे कांप रहा था. फिर रजनी ने मुझे अपना टावल दिया और कहा कि अपने आपको पोछ लो और फिर इतने में वो सब कुछ बातें करने लगी और अंदर चली गयी. फिर 2 मिनट में वो सब कॉमन बाथरूम में से बाहर आई और कहा कि जाओ बाथरूम में कुछ कपड़े रखे है पहन लो. में तुरंत बाथरूम में भागा और गीले कपड़ो से आज़ाद हुआ, फिर मैंने गीजर चालू किया और नहाने लगा.
फिर जैसे ही मेरा नहाना ख़त्म हुआ तो मैंने कपड़ो की अलमारी पर देखा, तो वहाँ एक वाईट कलर की शॉर्ट लेगी रखी थी जो शायद नंदिता की लग रही थी और रेड कलर की स्लिप रखी थी जो करिश्मा की थी और कोमल का पारदर्शी गाउन रखा था. अब देखते ही देखते मेरा लंड खड़ा हो गया था, फिर मैंने जानबूझ कर बाथरूम में से पूछा कि यही कपड़े है या कोई और है? तो एक की आवाज़ आई कि यही है ट्राई करके देखो. फिर मैंने पहले शॉर्ट लेगी पहनी जो काफ़ी पतली थी, फिर स्लिप पहनी और ऊपर से गाउन पहन लिया, जो कि काफ़ी हद तक पारदर्शी था. फिर मैंने जब खुद को कांच में देखा तो में चौंक गया और सोचने लगा कि मेरा खड़ा लंड और स्लिप सॉफ दिखाई दे रहे है. अब जैसे तैसे मैंने सब ठीक किया और बाहर आया, फिर मैंने सबको थैंक्स कहा और फिर हम खाना खाने लग गये. अब अगले दिन सबकी छुट्टी थी और में हमेशा की तरह सो रहा था और सुबह भी बारिश ज़ोरो से चल रही थी, अब मैंने रात में सोने से पहले गाउन को उतार दिया था और सुबह होते-होते स्लिप ढीली होने की वजह से लगभग उतर चुकी थी.
अब मेरा तना हुआ लंड इलास्टिक में से बाहर आ रहा था और अब यह सीन वो सब देख रही थी. अब लीला ने तो लेगी भी नीचे खींच दी और वो सब मुझे नंगा देखने लगी. अब मेरा तो लंड सबको सलामी दे रहा था, क्योंकि काफ़ी समय बाद मुझे सफलता मिली थी. अब में बस ये सोच रहा था कि अब सब क्या करेंगी? फिर उन सबने मेरे लंड को एक-एक बार हाथ लगाया और कहा कि उंगली, गाजर, बेंगन से तंग आ चुके है यार अब ये असली चाहिए, बस ये मान जाए तो हम सबकी प्यास बुझ जाए. अब में यही तो चाहता था और ये सब सुनते-सुनते मेरा लंड खड़ा ही था. फिर जब में नींद में से जगा तो मैंने देखा कि ड्राइंग रूम में कोई नहीं है, लेकिन में पूरा नंगा था तो मैंने झट से कपड़े पहने और फ्रेश हो गया. अब में नाश्ता करने के बाद टी.वी देख रहा था. फिर मैंने धोबी को फोन लगाया तो उसने कहा कि कपड़े अभी तक नहीं धुले है और बारिश की वजह से कपड़े सूख भी नहीं पायेंगे.
अब ये बात मैंने नहाने से पहले सबको बताई तो उन सबने कहा कि कोई बात नहीं, तुम हमारे कपड़े पहन लो जब तक तुम्हारे कपड़े नहीं आ जाते है. अब में अंदर ही अंदर बहुत खुश हो गया था, अब में जैसे ही नहाने के लिए तैयार हो रहा था तो सौम्या ने मुझसे कहा कि मैंने तुम्हारे लिए बाथरूम में कपड़े रखे है जाकर नहा लो. अब नहाने के बाद मैंने देखा कि वहाँ पर आज लाईट ब्लू कलर की लेगी रखी थी और एक लाल रंग की पेंटी रखी थी, जो कि कुल्हों को सिर्फ़ थोड़ा ही ढकती थी और एक काले कलर की ब्रा रखी थी और एक शॉर्ट पारदर्शी कुर्ती रखी थी. अब में पहन कर बाहर आया तो वो सब हंसने लग गयी.
फिर दोपहर में हमने प्रोग्राम बनाया कि ड्रिंक की जाए और मस्ती की जाए. फिर हमने शॉप में ऑर्डर किया और ड्रिंक्स और स्नेक्स मंगवा लिया और आज मुझे सब लेडीस के तेवर कुछ ठीक नहीं लग रहे थे. फिर जैसे ही हमने ड्रिंक्स स्टार्ट की तो हमने गेम खेलना भी स्टार्ट कर दिया. अब हम लोग 3 पत्ती खेल रहे थे. अब 2-3 पैग तक सब ठीक से चल रहा था, फिर इतने में रजनी, कोमल, नंदिता, लीला, सौम्या और करिश्मा ने कुछ बात की और कहा कि आज गेम में थोड़ा सा चेंज है. तो मैंने पूछा क्या? तो उन्होंने कहा कि अब लास्ट शो में जो हारेगा उसे सबकी बात माननी होगी. में अब सोचने लगा कि क्या करना होगा?
उन्होने कहा कि हारने वाले को अपनी बॉडी से एक कपड़ा उतारना पड़ेगा. अब में अंदर से बहुत खुश हो गया कि आज तो 6 लेडीस, 6 चूत, 6 गांड और 12 बूब्स मिल जायेंगे. अब में रूचि लेकर ताश खेल रहा था, क्योंकि अब में सबको नंगा करना चाहता था और चोदना भी चाहता था. अब इस बार में जानबूझ कर हार गया और मुझे अपनी टॉप उतारनी पड़ी, अब में ब्रा पेंटी और लेगी में ही था और अब मेरा खड़ा लंड सबको दिख रहा था, लेकिन में सबको खेलने के लिए कह रहा था.
फिर इस बार मैंने करिश्मा को हरा दिया तो जब उसकी बारी आई तो वो पानी-पानी हो गयी. फिर जैसे ही उसने अपनी टी-शर्ट ऊपर उठाई तो बाहर बिजली की आवाज़ आने लगी और उसने अपनी टी-शर्ट उतार दी. अब वो सिर्फ़ पिंक कलर की ब्रा और शॉर्ट्स में थी. अब अगले चान्स में मैंने रजनी को हराया और उसने अपनी कमीज़ उतार दी और अब वो सिर्फ़ ब्लू कलर की ब्रा और वाईट कलर की सलवार में थी. तो इस बार नंदिता और कोमल साथ में हार गये, फिर नंदिता ने अपनी जैकेट उतारी और कोमल ने अपना नाईट सूट उतारा, अब नंदिता सिर्फ़ काली स्लिप में थी और कोमल सफ़ेद ब्रा में थी. अब वो क्या सेक्सी नज़ारा लग रहा था? इस बीच लीला और सौम्या भी हार गये, लेकिन उन दोनों ने नाईट गाउन पहना था तो अगले राउंड में उन दोनों को अपनी गाउन उतारनी होगी, तब तक उन्होंने अपने गाउन के बटन खोल दिए थे.
अब गेम में असली मज़ा आ रहा था, अब ड्रिंक पर ड्रिंक्स चल रही थी, अब में बीच-बीच में सिगरेट भी पी रहा था, अब काफ़ी मज़ा आ रहा था. फिर में 2 बार लगातार हार गया और मुझे ब्रा और लेगी उतारनी पड़ी, अब में सिर्फ़ पेंटी में था जिसमें से मेरा लंड बार-बार बाहर आने के लिए तड़प रहा था. अब मैंने गेम के नियम को चेंज कर दिया कि अब जो जीतेगा वही सलामत रहेगा और बाकी सबको अपने कपड़े उतारने होंगे. अब मैंने सोचा कि अब 3-4 चान्स में सबको नंगा कर दूँ, अब में तो पहले से ही नंगा होने में था, तो अगले गेम में में जीत गया और सबको अपनी-अपनी ब्रा खोलनी पड़ गयी. अब में सबको देख रहा था. अब रजनी की ब्लू ब्रा, करिश्मा की पिंक ब्रा, नंदिता की ब्लेक स्लिप, कोमल की वाईट ब्रा, सौम्या और लीला ने अपनी-अपनी नाइटी खोल दी.
फिर कहा कि वो बाकी अब अगले राउंड में खोल देंगे, अब सबके निपल्स टाईट हो गये थे. अब वो सब बहुत सुंदर लग रही थी, उन सबके बूब्स टाईट थे, क्योंकि सबकी उम्र ज्यादा नहीं थी. अब काफ़ी मज़ा आ रहा था और मेरा लंड बाहर आ चुका था, लेकिन में जैसे तैसे संभाल रहा था. अब में कहाँ मानने वाला था, फिर मैंने अगली बाज़ी भी मार ली और अब सबको अपनी लोवर्स, सलवार और पजामा उतारना पड़ा, क्या नज़ारा था? दोस्तों अब सारी आंटीयाँ सिर्फ़ पेंटी में थी और अब सबने मुझसे कहा कि इस बार अगर तू जीत गया तो हम सबकी पेंटी तू खुद उतारेगा. फिर मैंने हाँ कर दी और में जीत गया. फिर मैंने एक-एक करके सबकी पेंटी खोल दी और अब सबकी पेंटी खोलने के बाद उन सबने मुझे घेर लिया और मेरी पेंटी उतार कर सब मुझे चूमने लगी. अब में सातवें आसमान पर था और स्वर्ग जैसा महसूस कर रहा था. अब मैंने सबको किस किया और फिर करीब 10-10 मिनट तक सबको किस करने के बाद मैंने सबके बूब्स दबाए और चूसे. फिर मैंने सबकी चूत को चाटा और फिर सब बेडरूम में जाकर पलंग पर चूत दिखाकर लेट गयी थी. फिर मैंने सबकी चूत चाटी और सबका पानी निकाल दिया. इस बीच 3 घंटे हो गये थे और हमें पता भी नहीं चला था.
फिर मैंने सबके पैग बनाए और अब सब एक-एक करके मेरा लंड चूस रही थी. अब मेरा निकलने वाला था तो वो सब अपना मुँह मेरे लंड के सामने लाई. फिर मेरा इतना वीर्य निकला कि सबको टेस्ट करने के लिये मिल गया और हम अपनी पार्टी में नंगे ही बैठ गये. फिर थोड़ी देर के बाद मेरा लंड फिर से खड़ा हो गया तो अब सबने अपनी गांड ऊपर कर दी थी. अब यह सीन देखकर में खुद को इतना लकी समझ रहा था कि दोस्तों क्या बताऊँ? अब 6 चूत मेरे सामने थी और मेरा लंड सबको चोदने के लिए बेताब था. फिर मैंने सबको पानी निकलने तक चोदा और संतुष्ट किया, अभी तक मेरा पानी नहीं निकला था और फिर सबने ड्राइंग रूम में बेड लगाए और हम 7 लोग वहीं लेटे रहे, फिर जब मेरा लंड झड़ा तो सबने मेरा वीर्य पिया और हम नंगे ही सो गये.