” क्या हुआ “
“फरश पार सबूनवाला पाण था था, कहते हैं कमवली ने सुरक्षित नाहिन कया, मैने दिखे नहीं और जीर समलैंगिक”
“चट टू नाहि लेगे”
“तांग कीचड़ वाली गायी दार्द कार राही घास”
“मम्मी आप हल्दी वाला डूड पिच लो”
“नहीं, यूएसकी जरूरत नहीं। बस तांग में डर्ड हो रहा है, लगटा है नास पे नास चड़ समलैंगिक है “
“आप थोडी देर देर जाय”
“मुंजा चाला ना जाये जा रहे हैं, मुझे बसे ही कामरे चुक अहा बीटा”
माई मम्मी को कंधे (कंधे) के शेयर रूम मुझे ले गया
“आराम से दिव्य जय मम्मी, और अब कोई काम करो जो ज़रूरत नहीं है”
“तांग भी कभी भी नहीं जान राही”
“मम्मी तांग कुछ डेरबा डू क्या”
“डब्बा डे”
मैने तांग दबानी शूरू की माई पुरी तांग डब्ब़ा तेा, प्रति सेकर घुटने तक अचंक मील को क्या हुआ मुझे मेरे से से गुटने या एग की थी तो दबाने वाला मेरे माँ की त्वचा का स्पर्श एक लगा था थोमा मम्मी है बात है
बेखबर थी ए.ए.एस.एस.ए.
“कुछ अरम मिल राहा है?”
“हां, … .. केवल ख़याल से टू बीटा थोड़े दूर लग लो, जल्दी आर्यम मिल जाए” “
“मम्मी कॉन्सा टेल लैगून”
“जो हाई, जो शरीर तेल मात्र पासा है, चावल ले ए”
मै बाथरूम से जाक टेल ला आया मम्मी ने अप्नी सॉलर ओपार और लीक वाऩ घुटने से ओपार नहं यूथ पेएरी। मेन कप
“अगर आप आपराज़ न हो तो मुख्य हायगा दोओन”
यह मेरे फोन की घंटी बजती है फोन पे पाप ने कहां वो वो खन्ना ख़ैना नहीं है या एक दिन के लिए यह कार्यालय चंडीगढ़ है।
“किस्का फोन था”
“पापा का था कि वो ख़ान ख़ैना नहीं आ रहा है या चंडीगढ़ समलैंगिक, कल को आयेंगे”
“एचा”
“टेल लागा डोन?”
“लैगा डे”
फिर मैने मम्मी के पर से लीकर घुटने ते तेल लगाना शूरु कर दिये कुछ लेकर बच्ची बॉली, बीटा 2 बजे तेरे ल्या खलना जाने के बाद कुश अराम मिलगाया एक एक बार शाम को दूर वे देना। हम् डोनो ने खन्ना खाया समुद्र तट मैने साचाके आज मम्मी को pury के pury dekhun या esa maine phehle kabhi nahien soocha था। 9 बजे गेथेमने रात के खाने के लिए कर्किया, माँ ने म्यूज आजा लघये।
“बीटा मेरे कामरे मुझे उम्मीदवार भूटाने की मलीश किरदो, टेल साथ मी ली”
“अचा जी”
“देखो बीटा यान तो जान मल्ह्स के लिए आज थमरे पापा से प्यार गया”
hain “
मुख्य दूरसंचार प्रति से घुटने तक दर करने वाले लैगने लगे मन मम्मी बुरा मन ले, फिर थारी देअर मामी बोली।
“पार डर्ड टू मात्र घुटने के ओपर हो गया है”
“एक काम कर है आप ताओं के ऊपार कंबल (कंबल) करो, माई कंबल के औरार दास के आप ही जांघों में मालिश कर करो “
“माई ख़ुद ही कर लोंगी”
“मै एक एक बार ही तुम्हारे हैं आप आधा जलती मिल जाए”
“अल्मारी से कंबल निकल के मैं ही कर कार”
मैने मुमू के ओपर कंबल कर के फरइन कोम्बल के और हाथ दाल के मम्मी की सलवार का नादा खोला और सलवार घुटनो के नेसे सरकार। माँ ने अपनी आंखें बैंड करली मेन मम्मी की जांघ पार हो गईं शुनु किया।
Oooooh। मम्मी की जांघ लग रही है बहुत संवेदना था।
“माँ कहां तक लगोन टेल”
“बेते थोडा दूरभाष जांघ बराबर”
मैने मम्मी की आंतरिक जांघ पर टेल लगाना शूरु कया तह माँ की अपी ताड़ें थोडी वाइड कार्ली। माई टेल मल्त हुई होती हैं अपना हाथ मम्मी की चुट के के पास पास वाले हैं। माई कंम्बल में होता है, जाना जाता है और मम्मी की ताड़ें अपनी कमार के पक्ष पे रख के लगीता रहै।
“मम्मी, अगर आप ही देर हो जाए तो मइ पचे से भी फोन करना चाहते हैं”
“Achaa”
“माँ सलवार का कोई काम नहीं है, आईटीआवर करो”
“नहीं, खोले घुटनो (घुटने) तो सरका डे”
“Achaa”
फिर माँ पेट के बाल देर हो रहे हैं माई माँ की डो डो तांगो बीच में मेरे दोस्त हुआ था
“मम्मी कुछ आलम मिल राहा है”
“हम्म”
“ममुय एक बाट बॉलून”
“एचएम?”
“एपीकी जांघों कोमलताई तारह सॉफ्ट है”
मम्मी बराबर है न ही बूली। मेन टेल मम्मी की हिप पर लगना शूर कर दीया
“मम्मी अप्की हिप को चुओ के …”
“चुन के क्या?”
“कुछ नहीं”
“बटा ना चुन के लिए?”
“एपीकी कूल्हों को चुन के दिल में है है कि अंदर चूटा और मसलता जौन” अप्की जांघों और कूल्हे से बाहर चिक्की है। दूर से भी ज़्यादा चिनी माँ की अप्की कम वर भीनी ही चिनी है? “
“तुझे नहीं पटा? खुद हू देख ले “
“मम्मी आप पेहल जैसे पेठ के बाल ला जाने”
“ठाक है”
फ़िर मुख्य मुमी के पालतू और काम पर हाथ फेर लागा
“बीट ए अब माई बहत मोती होती जा रहि हुन, है ना?”
“नहीं मम्मी, आप पेहल से जया सेक्सी लैगेन लेज हो?”
“क्या लगने लागी हू?”
“कामुक”
“बीट सेक्सी का क्या matlab गर्म है?” (मेरी माँ हिंदी माध्यम से है)
“सेक्सी का matlab गर्म है कामूक”
“सखी, माई तुझे भगवान लगी हूं?”
“हां, मम्मी मैने आज तक यह ची चिकनी हिप नहींं दिखती हैं, क्या मेरे आइपकी हिप्स पे चुंबन सक्द हुन्?”
“क्या”
“कृपया माँ, बस एक बार”
“पर कैसी को बटाना चटाई”
“बिल्कुल नहीं बटौन्गा”
माई माँ की कूल्हों के पे चुंबन लग गया और जीभ से भी कभी भी जाना
“बीट कंबल निकल डे”
मैने कंबल निकल दीया
“माँ आपकी हिप के सेमन को अमुल बटर भी बकर है”
“Achha”
“मम्मी मै एक एक बार आकी धुनी (नाभि) पे चुंबन करना हुआ है”
“नहीं, टूनो कूल्हों पे कहां था और वो मैने कार्ने दिये और टोन टू यूसेसे चत भी है है, अब और नहीं”
“कृपया मम्मी, जब हिप पे लाया टू धुनी (नाभि) से क्या दूरद पट्ट
hai? “
“अखीर करना के लिए क्या चीता है? “” माई टू आपकी जांघों को भी चूमना चहाता हूं, आप की जांघों के आकार के चुंबन को भी लल्का सक्ति हैं, आप की जांघों को देख कर केवल मोहो में पाई हरहा है, क्या मै आपाई जांघों से भी चुंबन कर सक्द हूं? ” “” पिता नाहिन टूनो मुजिम ऐस क्या देख लीया है, हम डोनो जो भी कर्ंगे सरफ अजन करेन्गे और हमारी के बारे में चर्चा करते हैं, नहं करेन्गे, वादा? “” वादा … … मुम्मी आआकी सलवार निकल डोन? “” हममम … निकल डी “एबी मम्मी बिना सलवार के ते। पुरिमाई माँ की की नीची चाटना लागा। माँ ने अपी आंखें बैंड करली फिर माँ की मां की जांघों को दबाने, कुमने और चाटने लगा। फिर मैने एक चुम्मा माँ की चुट का लीया जो डोनो टांगन के बीच मुझे दबेई थी। “आह। बीटा..उउससशह्ह्ह्ह्ह..यह क्या..छाहा लैग अभी है” “मम्मी मेरी आओ चक चना चहता हूं” “क्या चकना चहाता है ? “चट” “चुट किस बात है?” “कूल के बतनून?” “बाटा” “पीपल अपी डोनो टैंगो को बड़ा करो” एखा ये लाओ “मैने फ़िरसे से मम्मी की चुट को चुमा। मम्मी ने कहा “अहाह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह … ..इईएसेएसएससस्एसएसएसएस … एसएसएसएसएसआईआईआईआईआईआईआई ……… ..बेटा मेरी कुट्ठों को थोडा और चीूम” मम्मी के इटना किन्हे की थी थीं मम्मी की चुट को चटना शूर कर दिये। मम्मी सिस्काने लेगे “ईएसेसेशह्ह्ह्ह … एआअअह्ह्ह्हः बीटा.बहूत आनंद है। मेर चुट पे तिरिभा का कहर कमाल क मोह मसह रहा है” मइ कुच देरे मम्मी की चुट चट था। इटने सब हन के लिए मरोदों भी तेयरे था “मम्मी अब मेरा प्यार हो गया है” “लोडा क्या हो गया है” मैने एपाने पंत के साथ अपना लोडा माँ के साथ तुझे दिये और बोला “मम्मी ईश्ते हैं है लोडा” “गली रे … तु … बहुत सारे बादा या मोटा हरे तेरे पिता बाप हा मेन टेकवाही सो नही थे “” अपना लोडा अपनी ही माँ के साथ तुझे दे “” मेरे मेरे लोडा मेरी माँ की चुट के लिए मख़ल रह गई है “” लेकीन बीट माँ की चुट में मुझे अपनी आड़िये का लोडा नहीं हो सक्टा, फ़िरिहौत बड़ा मोटा या लंबा हा “लेकिन क्योण मय?” “कूकी ये पाप है” “क्या तू क्या है?” “” मेरी तेरी माँ हुन “” मेरी माँ हूसे सेफ़ेले तुझे क्या है “” इंसान “और हमारी मुलाकात?” एक आराट “” बस, सबेस फेहल तू एक ही है और मेरी एक मर्ड, और एक मर्ड का लोर्ड आयु क्या चुट में नहीं घूसगा से कहान गॉसगा “” लेकिन … ये … ..यह..से मोटा हा। “” क्या माँ, मेन लॉड को अरम से दल्गा या चोंगा “” चोड मटलाब? “” मटपट अपना लोडा तेरी चुट में “” तू मेरी चुटि किटनी ही चाट ले, मेरा चटवायेन में हामज़ा आ रहा है, तेरा लोडा से मीरी फाड़ दालेगा “” मुझे चुदाई में जो आनंद और वो और मेरी कोई चीज नहीं हुई “” तू जान्त ना मेरी मीठा चूची है ” की भुक़ी है। फिर दरारह हूं “,” नहीं माँ, मेरी अपन लोढ़े दलितू “” वादा “” वादा “” अपनी मा कि बेकरर चुट को थीं कर दे ना, बेते मेरी कुट्ठों की अगबूब दे ना “पीहल तू तांगे वाइड केरल या थोडा सा टेल लागा डे “” टेल लागा ऐ अब देसे से बीटा “फ़िर मेन लॉड को माँ के चुट पे रग्नने लागा या दूसरे से एक घट्टा डाया, चुट तंग थी।” ओउ Oooooo … bete … ..hhhhhhhh … .aarrrrammmmmm … .. देखिए “” ओह। ओह तेरी चुट को तंग है “” ओहूओओह्ह्ह्ह्ह … .पेन बीट जी के लिए ही राखी है “” हां..मेरा की चुट बेचे के काम नाहिने आयेगे से किस्की काम करने के लिए “पियर मुख्य धरा ढाँचा देना था और जब प्यार लोडा ग्या से औरर भरने लग गया था अब तक का आभागागेगा लागा” ओहूउ … मेरा प्यारा बीटा..मेरा अच्छा बीटा..और ज़ोर लागा “ओह …। मेरी मितिनी ची हैं, “फिर मइ और मम्मी चूडाई के साथ फ्रेंच चुंबन भी कर रहे हैं” ओहुहोउ.मा मेरे माल निकलानेवाला हैं है “मेरा भी” “करून एपन लाउन्ड को तेरी चुट से अलाग?” “नाहि .. नाह। । चोदा रिह लाएरे मेई मेरून चुट की जान है, तंग ते तेरे पापा का भी जी बीटा, मेरा एखा बीटा “” और तेरे चुट में केवल लाउड की जान है “एआआआआआआआअअहेह्ह्ह्ह्ह्ह्ह …… ओहूयुयुयुयुयुओ” एसे ही हम भूरे डर तक एक सथ लेते हैं हमें तुझे बुरा होता है, तो हक़ीशी-कपि चुपके से चुडाई का खेल करे लता है