हैल्लो दोस्तों, मेरा नाम पीहू शर्मा है और मेरे बॉयफ्रेंड का नाम कार्तिक है. दोस्तों मेरे फिगर का साईज 40-32-36 है और मेरा रंग बहुत गोरा, गोल चेहरा, बड़ी बड़ी आखें, गदराया हुआ बदन और में दिखने में कुछ ज्यादा अच्छी लगती हूँ. दोस्तों वैसे तो मुझे अपने मुहं से यह बात कभी नहीं कहनी चाहिए क्योंकि अपने मुहं अपनी तारीफ करना अच्छा नहीं होता, लेकिन में क्या करूं में हूँ ही एकदम सेक्सी माल? क्योंकि जबलपुर के 90% लड़के मुझ पर मरते है और मुझे लाईन मारते रहते है.
मेरे बॉयफ्रेंड के लंड का साईज 8 इंच लंबा और 2 इंच मोटा है. दोस्तों मेरा बॉयफ्रेंड भी दिखने के साथ साथ चुदाई भी बहुत अच्छी तरह से करता है और वो जिस लड़की को एक बार चोदे वो लड़की उससे आराम से संतुष्ट हो जाती है, लेकिन में अब क्या करूं वो मेरा इतना बड़ा दीवाना है कि वो मेरे अलावा किसी को चोदना तो दूर की बात वो किसी लड़की को छेड़ता भी नहीं है, लेकिन हाँ मुझसे पहले उसकी एक गर्लफ्रेंड थी जिसे वो कई बार चोदता था और उसने मुझे बताया था कि उसने अपनी गर्लफ्रेंड को चोद चोदकर अपने लंड का गुलाम बना लिया था और अब वो उससे जैसा भी कहता है वो बीना ना करे वो काम करती है, लेकिन वो अब मुझसे कई बार मेरी चुदाई करते समय कहता है कि जितना मज़ा मुझे तुम्हे चोदने में आता है उतना किसी और को चोदने में नहीं आता क्योंकि में भी हर चुदाई में उसका पूरा पूरा साथ देती हूँ और उसके साथ साथ सेक्स का पूरा मज़ा लेती हूँ.
दोस्तों आज में आप सभी को अपने बॉयफ्रेंड के साथ अपने एक सबसे अच्छी चुदाई की बात बताने जा रही हूँ जिसको में आज तक नहीं भुला सकी, दोस्तों मैंने इसको आप सभी तक पहुँचाने में बहुत हिम्मत और बहुत मेहनत भी की है और में उम्मीद करती हूँ कि इसको पढ़कर आप सभी को मज़ा जरुर आएगा क्योंकि मैंने इससे पहले बहुत सारी सेक्सी कहानियाँ पढ़ी भी है और मैंने उसी तरह हर एक पोजीशन में अपनी चुदाई भी करवाई है और अब में आप सभी का ज्यादा समय खराब ना करते हुए अपनी आज की कहानी आप सभी को पूरी विस्तार से सुनाती हूँ.
दोस्तों यह बात आज से दो साल पहले की है जब में 10th क्लास में थी और सतना के एक प्राईवेट हॉस्टल में रहकर अपनी पढ़ाई कर रही थी. दोस्तों मेरा बॉयफ्रेंड मुझसे दो साल बड़ा है और में जबलपुर की रहने वाली हूँ और जब में हॉस्टल में रहती थी तो उस समय में उस जगह पर बिल्कुल नई थी और में पहली बार अपने घर और घर वालों से दूर रहने लगी मेरा वहां पर कुछ महीने गुजर जाने के बाद मन लगने लगा वरना में बहुत समय तक अपने आप को बहुत अकेला महसूस करती थी में बहुत सीधीसाधी लड़की थी क्योंकि उस समय मेरा कोई बॉयफ्रेंड नहीं था. तो मेरे वहां पर रहने के बाद कुछ लड़के मुझे छेड़ने लगे और कार्तिक भी उन्ही लड़को का दोस्त था तो उसने उन्हे मेरे साथ ऐसा करने से साफ मना किया और मुझे उसका स्वभाव बहुत अच्छा लगा जिसकी वजह से में उसकी तरफ कुछ ज्यादा आकर्षित होने लगी और फिर धीरे धीरे हमारी बातें शुरू हो गयी.
फिर एक दिन उसने मेरा मूड अच्छा देखकर बहुत धीरे से मुझसे अपने प्यार का इजहार कर दिया और में भी अब उसे मन ही मन चाहने लगी थी फिर मैंने भी बिना कुछ सोचे समझे तुरंत हाँ कर दिया और अब मुझे वो बहुत अच्छा लगने लगा था. फिर हम पहली बार मिले, लेकिन जब हम बाहर मिले तो सिर्फ़ उसने मुझे हाथ पर पहला किस किया, लेकिन हम दोनों उस हमारी मुलाकात से बिल्कुल भी संतुष्ट नहीं हुए.
अब अगली बार हम लोगो ने निर्णय लिया कि इस बार हम स्मूच और हग ज़रूर करेंगे और इस बार वो अपने एक दोस्त को कार में अपने साथ लेकर आया था. उसका दोस्त कार चला रहा था और अब हम दोनों पीछे बैठे हुए थे और अब मैंने हमने मेरा स्टोल पर्दे के तरीके से बीच में बाँध दिया ताकि उसका दोस्त हमे देख ना पाए और अब उसने मुझे किस करना शुरू किया, सबसे पहले उसने मुझे गाल पर, फिर गले पर और धीरे से उसने अपने होंठो को मेरे होंठो पर रख दिए तब हमारी बस किस शुरू हो गई थी और जब हम कुछ देर बाद अलग हुए तो मैंने उसकी तरफ देखकर मुस्कुरा दिया.
उसे लगा कि में तैयार हो गई हूँ इसलिए वो यह समझकर मुझे फिर से स्मूच करने लगा, लेकिन दोस्तों माशाअल्लाह क्या स्मूच करता है वो. मुझे तो उसके साथ मज़ा आ गया. अब उसने अपना एक हाथ मेरे टॉप के नीचे से डाला और मेरे बड़े ही मुलायम बूब्स पर रख दिया और फिर वो धीरे से मेरे बूब्स को दबाने लगा, लेकिन उसका हाथ अब तक मेरी ब्रा के ऊपर था और वो मज़े ले रहा था, लेकिन अब हमे समय बहुत हो चुका था और मुझे आगे का काम अधुरा छोड़कर अपने हॉस्टल जाना पड़ा और उसने मुझे मेरे हॉस्टल के कुछ दूरी तक अपनी कार से छोड़ दिया और में उससे बाय कहकर चली गई.
एक दिन उसके घर पर कोई नहीं था और उसके सभी घर वाले किसी काम से बाहर गए हुए थे और वो अपने घर पर बिल्कुल अकेला था और फिर उसने मुझे उसके घर बुलाया तो में अपने हॉस्टल से एक अच्छा सा बहाना बनाकर छुट्टी लेकर उसके घर पर चली गई और उस दिन मैंने बिना बाह का एक गहरे गले का बिल्कुल टाईट टॉप पहना हुआ था और एक बहुत अच्छी स्टाल की टाईट जींस पहनी हुई थी. में उनमे बहुत सेक्सी दिख रही थी.
फिर जब में उसके घर पर पहुंची तो उसने मेरे एक बार घंटी बजाते ही तुरंत दरवाजा खोल दिया और जैसे वो मेरा इंतजार कर रहा था या फिर उसको मेरे बदन की खुशबू आ गई और मैंने अंदर जाकर देखा कि उसने पूरे घर में बिल्कुल अंधेरा कर रखा था और लेपटॉप में हमारी पसंद के गाने चल रहे थे और उसके रूम में दो मोमबत्तियां जल रही थी. तभी अचानक से उसने मेरा एक हाथ पकड़ा और मुझे अपने रूम में ले गया और जब मैंने उससे पीने को पानी माँगा तो उसने मुझे पानी लाकर पिलाया. और फिर ग्लास को एक तरफ रखकर वो मेरे कान में बोला कि आज तुम बहुत सेक्सी लग रही हो, क्या में आज तुमको चोद सकता हूँ.
में उसके मुहं से यह बात सुनकर शरमा गई और उसने मुझे बहुत बहुत जमकर हग किया और लिप लॉक किया. फिर वो मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड की तरफ ले गया और उसने मुझे बेड पर लेटा दिया. फिर वो मेरे ऊपर आ गया और तेज तेज स्मूच करने लगा. में उसके बाल पकड़कर उसका पूरा पूरा साथ देने लगी. फिर उसने मेरी गर्दन पर, गाल पर, सर पर, आखों पर, किस किया और अब उसने मेरा टॉप उतार दिया और पेट पर किस किया. उसका एक हाथ अब मेरे बूब्स पर था और वो बोला कि वाउ यार यह मुझे बहुत अच्छे लगे. फिर उसने मेरी ब्रा को उतार दिया और दूर फेंक दिया और अब वो मेरे बूब्स को बहुत ज़ोर ज़ोर से दबाने लगा और में मोन करने लगी आउम्म उह्ह्ह्ह अहह्ह्ह बेबी थोड़ा धीरे अह्ह्ह्ह की आवाज़ निकाल रही थी.
फिर वो मेरे बूब्स के निप्पल अपने मुहं में लेकर चूसने लगा और अपने एक हाथ से मेरे दूसरे बूब्स को दबाने लगा. वो दोनों बूब्स के साथ एक एक करके ऐसा बहुत देर तक करता रहा और में उसके बालों को पकड़कर उसके सर को अपनी छाती पर दबाते हुए उससे बोली कि हाँ अह्ह्ह्हह उह्ह्हह्ह बेबी खा जाओ इन्हे यह आपके ही है उम्म मुझे बहुत मज़ा आ रहा है और तेज जानू, चूस लो पी लो इनका सारा दूध और अब उसे ऐसा करने से भी बहुत मज़ा आने लगा था और करीब बीस मिनट तक वो लगातार मेरे बूब्स को कभी चूसता तो कभी दबाता रहा. उसने मेरे दोनों बूब्स को एकदम लाल कर दिया था.
फिर वो उठकर खड़ा हुआ और उसने मेरी पेंट को खोल दिया और उसने मेरे कपड़े खोलने के ठीक बाद तुरंत अपना भी लोवर उतार दिया. उसका लंड तनकर खड़ा था और उसका ठीक ठीक आकार बाहर से ही उसे समझ आ गया और वो देखकर एकदम दंग रह गई और फिर वो मुझे बोली कि यह तो कितना लंबा और मोटा है यह अंदर कैसे जाएगा? तो में उससे बोला कि तुम बस अब देखती जाओ यह कितने आराम से फिसलता हुआ तुम्हारे अंदर जाएगा कि तुम्हे दर्द का अंदाजा भी नहीं होगा.
फिर उसने अपनी अंडरवियर और मेरी पेंटी को भी उतार दिया और जब मैंने उसके लंड को पहली बार अपनी आखों के सामने देखा तो में मन ही मन बहुत डर गई और सोचने लगी कि आज मेरी चूत जरुर इस लंड से चुदने के बाद किसी लंड का सपना देखना भूल जाएगी और फिर मैंने सोचा कि अब जो भी होगा देखा जाएगा, सब कुछ में भगवान के ऊपर छोड़कर उससे चुदने के लिए तैयार हो गई, लेकिन अब भी मेरे मन में थोड़ा थोड़ा डर जरुर था, लेकिन में सेक्स में आगे बढ़कर उसे भूलने की कोशिश करने लगी.
अब मैंने उसकी शर्ट को खोल दिया और हम दोनों बिल्कुल नंगे एक दूसरे से चिपके हुए थे और कुछ देर बाद वो मेरी चूत चाटने लगा और मुझे उसकी गरम जीभ से अपनी चूत को साफ करवाने और उससे चटवाने में बहुत मज़ा आ रहा था क्योंकि यह सब मेरे साथ आज पहली बार हो रहा था और में भी उस सेक्स का पूरा पूरा मज़ा उसके साथ ले रही थी. फिर उसने मेरा हाथ पकड़ा और अपने मोटे, लम्बे, गरम लंड पर रख दिया मैंने उसे छूकर महसूस किया कि उसका लंड बिल्कुल रबर की तरह मुलायम है और बहुत मोटा था. उसको अपने हाथ में लेकर उसके सही सही आकार और ताकत का अंदाजा लगा लिया था. उसके बाद मुझे मन ही मन पता चल गया था कि आज मुझे इस लंड से चुदाई करवाने में दर्द के साथ साथ मज़ा भी बहुत आएगा.
फिर हम 69 की पोज़िशन में आ गये और वो मेरी चूत को पागलों की तरह चूस रहा था और चाट रहा था. में भी उसका लंड अपने मुहं में लेकर किसी भूकी शेरनी की तरह टूट पड़ी और 15 मिनट तक हम लगातार एक दूसरे के लंड और चूत को पागलों की तरह चूस रहे थे, लेकिन तभी में झड़ गई और उसने मेरी चूत का पूरा पानी पी लिया और मेरी चूत को बहुत अच्छी तरह अपनी जीभ से चाट चाटकर बिल्कुल पहले से भी ज्यादा चमका दिया था और फिर थोड़ी देर के बाद वो भी झड़ गया और में उसके लंड से निकला गरम गरम लावा पूरा गटक गई और मैंने भी उसके लंड को चाटकर साफ कर दिया.
फिर हम दोनों कुछ देर एकदम सीधे लट गए वो अपने एक हाथ से कभी मेरे बूब्स को सहलाता तो कभी मेरी चूत में अपनी एक ऊँगली को अंदर बाहर करता, जिसकी वजह से में बहुत ही कम समय में एक बार फिर से गरम हो गई. अब में उससे बोली कि प्लीज मुझे अब और मत तरसाओ, प्लीज अब डाल भी दो इसे मेरे अंदर, में बहुत तड़प रही हूँ आपसे चुदवाने के लिए. वो मेरे मुहं से यह बात सुनकर तुरंत उठा और मेरे ऊपर आ गया और फिर उसने अपने लंड को मेरी चूत के मुहं पर सेट किया और एक ज़ोर का झटका लगाया. जिसकी वजह से उसका लंड मेरी प्यारी सी चूत में दो इंच अंदर जा चुका था और मेरे मुहं से एकदम ज़ोर से चीखने की आवाज बार निकली.
फिर दूसरे झटके के बाद उसका पूरा का पूरा लंड मेरी अब तक वर्जिन चूत के अंदर चला गया, जिसकी वजह से मुझे बहुत बहुत दर्द हो रहा था और मेरी चूत में अंदर की तरफ मुझे कुछ जलने घिसने जैसी जलन महसूस हो रही थी, क्योंकि वो सब मेरा होना भी था, क्योंकि उसके लंड की मोटाई और लम्बाई कुछ ज्यादा ही थी और उस लंड ने मेरी चूत को बिल्कुल आखिर तक धक्के दे देकर उसमे दर्द पैदा कर दिया था, जिसको अब सहना मेरे लिए बहुत मुश्किल था और ज़ोर ज़ोर से चीखने चिल्लाने लगी और उससे लंड को बाहर निकालने के लिए कहने लगी.
अब उसने मुझे बिना सुने स्मूच करना शुरू कर दिया और अब वो एक के बाद एक लगातार ज़ोर ज़ोर से धक्के मारने लगा और में अपने चीखने की आवाज को अपने अंदर दबाकर रोती रही और उस असहनीए दर्द से तड़पती रही, लेकिन उसके कुछ देर बाद मुझे भी बहुत मज़ा आ रहा था और में अब उसके लंड को अपनी चूत में अंदर तक लेने लगी और अब में अपने चूतड़ को उठा उठाकर उस लंड को पूरा अंदर लेने की कोशिश करने लगी और उसका पूरा पूरा साथ देने लगी और उसके लंड को करीब दस मिनट तक झेलने के बाद हम दोनों एक एक करके झड़ गये और उसने पूरा वीर्य मेरी चूत के अंदर डाल दिया.
फिर वो करीब 10-15 मिनट तक मेरे ऊपर थककर लेटा रहा और फिर हम उठकर तैयार हो गए और वो मेरे लिए कॉफी बनाकर लाया तो हमने साथ बैठकर कॉफी पी और ढेर सारी बातें की. फिर में अपने हॉस्टल में वापस चली गई और उसने मुझे अपनी कार से वहां तक छोड़ दिया. दोस्तों में उससे अभी तक करीब 40-45 बार चुद चुकी हूँ और करीब 10-15 बार वो मेरी गांड भी मार चुका है. मैंने उसके लंड से चुदकर बहुत मज़े किए और उसने मुझे पहली बार में ही अपने लंड से अपनी चुदाई करवाने के लिए मजबूर कर दिया था. में उसकी चुदाई से बहुत खुश थी क्योंकि वो बहुत लंबे समय तक बहुत आराम आराम से चोदकर मुझे हर बार संतुष्ट करता था. दोस्तों यह थी मेरी सबसे पहली चुदाई की कहानी और उसके बाद मैंने उसके साथ बहुत बार सेक्स किया और बहुत मज़े किए.