जिस्म का सुकून xxx antarvasna वह कभी भी रश्मि को बिस्तर पर कला बाजियां नहीं खिला सका और तो और रश्मि जैसी फुलझड़ी के सामने रूपेश जैसा पटाखा हमेशा ही फुस्स होता रहा। बेचारी फुलझड़ी हमेशा सुलगती रह जाती थी। रूपेश अक्सर ही शराब पीकर जल्दी उत्तेजित हो जाता था। जब वह रश्मि के साथ […]