जानेमन से बनी काॅलगर्ल desi sex stories बस, उस दिन के बाद हम एक-दूसरे से रोज ही मिलने-जुलने लगे। मेरी शामें रंगीन होने लगीं। हमारी शामें साथ-साथ ही गुजरती। वह बेधड़क मेरे घर आने-जाने लगा, लेकिन वह सब भी एक दुःखद पहलू था। मुझे आज भी वो रात याद है। उस शाम विशाल मेरे आॅफिस […]