ज़िंदगी किसी के काम आई
हैल्लो दोस्तों, आज में आपके सामने एक ऐसी कहानी लेकर आया हूँ जो आपको बहुत पसंद आयेगी. मुझे फेसबुक से राधिका शर्मा ने संपर्क किया. वो शादीशुदा थी और उम्र करीब 32 साल होगी. हम सब तरह की बातें करते थे. उन्होंने अपनी उम्र 32 साल बताई और मेरे पूछने पर उन्होंने अपना फिगर 34-32-36 साईज बताया था और उनकी हाईट 5 फुट 5 इंच थी. अब हमें बातें करते हुए 10-12 दिन हुए होंगे कि एक दिन वो बड़ी उदास थी और ठीक से बातें नहीं कर रही थी. फिर मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कुछ नहीं.
में – कुछ तो हुआ है राधिका, आप उदास लग रही हो.
राधिका – नहीं, में ठीक हूँ.
में – लगता है आप मुझे अपना नहीं समझती हो, इतना घुलने मिलने के बाद भी आप मुझसे बातें छुपाती है.
राधिका – नहीं जय, ऐसी बात नहीं है.
में – फिर क्या बात है? प्लीज बताओ ना.
राधिका – आज मेरी मेरे पति से लड़ाई हो गयी, तो उन्होंने मुझे बहुत गालियाँ दी.
में – ओह, उन्होंने ऐसा क्यों किया? आपसे क्या ग़लती हो गयी?
राधिका – पता नहीं जय, वो किसी का भी गुस्सा किसी पर भी उतार देते है, ऑफिस में लड़ कर आए होंगे और मुझ पर बरस पड़े.
में – उन्हें ऐसा नहीं करना चाहिए था.
राधिका – मेरी सास भी उन्हें भड़काती रहती है.
में – आपकी सास को आपका काम पसंद नहीं आता क्या?
राधिका – नहीं, बात वो नहीं है.
में – फिर क्या बात है राधिका?
राधिका – छोड़ो रहने दो.
में – नहीं आप बताओ.
राधिका – मेरे कोई बेबी नहीं है तो इसलिए मेरी सास ताने मारती है.
में – ओह्ह, तो आपने किसी डॉक्टर को नहीं दिखाया.
राधिका – बहुत से डॉक्टर को दिखाया, सबने कहा कि में माँ बन सकती हूँ.
में – तो फिर.
राधिका – मेरे पति में कमी है, लेकिन मैंने उन्हें कभी बताया नहीं और सब अपने ऊपर ले लिया कि मेरे में ही कमी है.
में – राधिका जी, आपने ऐसा क्यों किया?
राधिका – में अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ और में उनका दिल नहीं दुखाना चाहती हूँ, चाहे मुझे ज़िंदगीभर ही गालियाँ क्यों ना सुननी पड़े?
में – यू आर ग्रेट राधिका जी, काश आप जैसी वाईफ मुझे भी मिले, आजकल इस ज़माने में आप जैसी प्यार करने वाली वाईफ कहाँ मिलती है?
राधिका – आप बिना मतलब मेरी तारीफ कर रहे है.
में – नहीं राधिका जी, ये बात में दिल से कह रहा हूँ.
राधिका – थैंक यू जय.
में – राधिका जी, आप दिल छोटा मत करो भगवान ने चाहा तो आपके आँगन में भी किलकारियाँ गूंजेगी.
राधिका – थैंक यू जय, में भी ऐसा ही चाहती हूँ.
फिर उस दिन के बाद हम और नज़दीक आ गये और एक दूसरे से ज्यादा खुल गये. फिर मैंने एक दिन राधिका जी से मिलने को कहा, तो उन्होंने मना कर दिया और मैंने पूछा तो उन्होंने कहा कि मुझे डर लगता है कहीं तुम और लोगों की तरह ना निकलो. मैंने उनसे कहा कि हम पब्लिक प्लेस में मिलेगें और अगर में आपको पसंद नहीं आया तो में आपसे कभी मिलने को नहीं कहूँगा और आपकी ज़िंदगी से दूर चला जाऊंगा.
फिर वो मेरी बात मान गयी और हमने रविवार को CP (दिल्ली) KFC में 12 बजे मिलने का प्लान बनाया. फिर मैंने राधिका से पूछा कि में आपको पहचानूँगा कैसे? तो उन्होंने कहा कि वो ब्लू कलर का सूट पहन कर आयेगी तो मैंने भी कहा कि में भी ब्लू कलर की शर्ट और जीन्स पहन कर आऊंगा. अब में राधिका से मिलने के लिए बहुत उतावला हो रहा था और फिर रविवार आ गया. अब में 11 बजे अपने घर से CP के लिए निकल गया और 11:55 पर CP पहुँच गया और CP में गया. तो अब मेरी निगाहें हर रंग को छोड़कर सिर्फ़ नीले रंग को ढूँढ रही थी. फिर मेरी नज़र एक कोने की टेबल पर जाकर रुक गयी, वहाँ ब्लू कलर के सूट में एक बहुत ही खूबसूरत लेडी बैठी थी और वो अपने मोबाईल पर कुछ लिख रही थी. तभी मेरे फोन पर मैसेज आया कहाँ हो आप? तो फिर में टेबल के पास गया और उन्हें कहा कि में आपके सामने ही तो हूँ.
फिर उन्होंने अपनी नज़र उठाकर मेरी तरफ देखा और पूछा कि आप जय हो? तो मैंने कहा और कोई कैसे हो सकता है? फिर में उनके बगल में बैठ गया और उनके हुस्न की तारीफ की. उन्होंने कहा कि आप भी बहुत स्मार्ट हो और आपकी हाईट भी बहुत अच्छी है, मैंने उन्हें थैंक्स कहा. अब में आप लोगों को बता दूँ कि मेरी हाईट 6 फुट है.
अब वहाँ दो-ढाई घंटे बैठने के बाद उन्होंने कहा कि अब मुझे जाना होगा तो मैंने कहा कि ठीक है. फिर में उन्हें उनकी कार तक छोड़कर आया और पूछा कि क्या आप मुझसे दुबारा मिलेंगी? तो उन्होंने एक प्यारी सी स्माइल दे दी और में भी मुस्कुरा दिया. इस तरह हमारा मिलना चालू हो गया, अब हम अक्सर मिलने लगे थे. फिर एक दिन हम मिले तो वो बहुत उदास थी तो मैंने पूछा क्या हुआ राधिका जी? तो उन्होंने कहा कि आज मेरी सास ने मुझे बहुत बुरा भला कहा और मुझ पर हाथ भी उठाया. अब ये कहते-कहते उनकी आँखे भर आई और वो रोने लगी तो मुझसे देखा नहीं गया और अब में उनके बगल में जाकर बैठ गया और उन्हें चुप कराया और उनका सिर अपने कंधे पर रख लिया और उन्हें हौसला दिया.
में – राधिका, एक बात कहूँ.
राधिका – हाँ जय कहो.
में – आपके बेबी हो जायेगा तो ये सब ठीक हो जायेगा.
राधिका – हाँ जय, तुम सही कह रहे हो, लेकिन तुम तो सब जानते ही हो ना.
में – राधिका, अगर तुम्हें एतराज़ ना हो तो क्या में तुम्हारे कुछ काम आ सकता हूँ?
फिर राधिका ने अपना सिर मेरे कंधे से हटा लिया और मेरी तरफ देखने लगी, अब उनकी आँखो में नाराज़गी झलक रही थी. फिर मैंने उनका हाथ अपने हाथों में लेते हुए कहा कि देखो राधिका आपके पति आपको वो कभी नहीं दे पायेंगे जो आप चाहती हो. आपको कोई डोनर ढूंढना पड़ेगा और किसी अंजान से लेने की बजाए आप किसी जानने वाले से ले लो.
फिर उन्होंने कहा कि नहीं जय मुझे डर लगता है में ऐसा नहीं कर सकती हूँ, में अपने पति से बहुत प्यार करती हूँ. फिर मैंने कहा कि आप उसी के लिए तो कर रही हो कि आपके घर में खुशियाँ आये और मैंने उनको हौसला दिलाया कि सब ठीक हो जायेगा आप चिंता मत कीजिए. फिर उन्होंने कहा कि मुझे सोचने के लिए कुछ टाईम चाहिए तो मैंने कहा कि ठीक है आपका जैसा विचार हो आप मुझे बता दीजियेगा. फिर हम थोड़ी देर बैठे और फिर अपने अपने घर आ गये.
फिर अगले दिन शाम को उनका मैसेज आया कि ठीक है जय, में तैयार हूँ, लेकिन बस एक बार. फिर मैंने उनसे कहा कि ठीक है. फिर मैंने एक होटल बुक किया और उन्हें पिक कर लिया. फिर हम होटल चले गये और उन्हें अपने रूम में ले गया. अब वो थोड़ी घबराई हुई सी थी तो मैंने पूछा कि क्या हुआ? तो उन्होंने कहा कि मुझे डर लग रहा है. फिर मैंने उन्हें गले लगा लिया और उनकी पीठ को सहलाने लगा और थोड़ी देर तक उनकी पीठ सहलाने के बाद उनकी गर्दन पर किस करने लगा.
अब वो शर्मा सी गयी और अपना मुँह दूसरी तरफ कर लिया और साईड में हो गयी. फिर मैंने उन्हें पीठ से आकर कमर में हाथ डालकर पकड़ लिया और फिर से उनकी गर्दन पर किस करने लगा, इस बार वो अपने एक हाथ को पीछे लाकर मेरे सिर को सहलाने लगी और अब मेरा लंड खड़ा होने लगा था. अब में उनकी गांड को अपने लंड से महसूस कर सकता था. फिर मैंने उन्हें अपनी तरफ किया और उनके होंठो पर अपने होंठ लगा लिए और उन्हें किस करने लगा. अब वो भी हल्का हल्का मेरा साथ दे रही थी और अब हम बड़े आराम से एक दूसरे को किस कर रहे थे.
फिर मैंने उन्हें बेड पर बैठा दिया और उन्हें हर जगह किस करने लगा, गर्दन पर, कान के पीछे, गालों पर, होंठो पर और अब वो मेरे सर पर हाथ फैर रही थी. फिर मैंने अपना एक हाथ उनके पेट पर रख दिया और धीरे-धीरे सहलाने लगा. अब में धीरे-धीरे ऊपर की और बढ़ने लगा और उनके सीधे बूब्स तक पहुँच गया और उन्हें आहिस्ता-आहिस्ता दबाने लगा. अब वो अपनी आँखे बंद करके ज़ोर-ज़ोर से सांसे लेने लगी थी और अब में उन्हें हर जगह किस भी कर रहा था. फिर मैंने उनका सूट निकाल दिया, उन्होंने अन्दर लाल रंग की ब्रा पहन रखी थी और उस ब्रा में 34 साईज के गोरे-गारे बूब्स बहुत मस्त लग रहे थे.
फिर मैंने उनको पेट के बल लेटा दिया और उनकी नाभि को चाटने लगा और धीरे-धीरे ऊपर बढ़ा और उनके बूब्स तक पहुँच गया. फिर मैंने उनकी ब्रा को ऊपर करके उनके बूब्स को चूसने लगा, जिससे वो और तेज़ी से सांसे लेने लगी थी. फिर मैंने अपना एक हाथ उनकी सलवार के ऊपर से ही उनकी चूत पर रख दिया और सहलाने लगा, जिससे वो आवाजे निकालने लगी.
अब मेरा लंड भी पूरी तरह से टाईट हो चुका था और अब मैंने उनके बूब्स चूसते हुए उनका नाड़ा खोल दिया. फिर उनको थोड़ा ऊपर उठाकर उनकी सलवार उतार दी, यार वो पेंटी में क्या मस्त लग रही थी? अब में तो उन्हें बस देखता ही रह गया. फिर उन्होंने कहा कि कहाँ गुम गये? तो मैंने कहा कि आपकी खूबसूरती की जन्नत में. फिर में भी पूरा नंगा हो गया और उनके बगल में जाकर लेट गया और उनको किस करने लगा और अपना एक हाथ उनकी पेंटी में डालकर चूत को सहलाने लगा, जो अब पूरी तरह से गीली हो चुकी थी. फिर उन्होंने कहा कि जय अब कर दो, में माँ बनने के लिए तड़प रही हूँ.
अब में उठकर उनकी चूत की तरफ गया और उनकी पेंटी को एक झटके में उतार दिया और उनकी चूत को निहारने लगा और अपनी एक उंगली उनकी चूत में डाल दी और आगे पीछे करने लगा. फिर वो और कसमसाने लगी, अब मेरे लंड का तो बुरा हाल हो रहा था तो अब मैंने ज्यादा टाईम बर्बाद ना करते हुए उनकी टाँगे खोली और अपना लंड उनकी चूत पर टीकाकर दबाने लगा और मेरा लंड थोड़ा सा अंदर चला गया, जिससे वो थोड़ा सा हिल गयी.
फिर मैंने एक जोर से झटका मारा तो मेरा आधे से ज्यादा लंड उनकी चूत में चला गया और वो हल्की सी चीख पड़ी और कहा कि धीरे करो काफ़ी टाईम से नहीं किया है. फिर में धीरे-धीरे करने लगा और अब मेरा पूरा लंड उनकी चिकनी चूत में था और में अपने लंड आगे पीछे करने लगा. अब पूरे कमरे में पच-पच की और राधिका की सिसकारियों की आवाजे आने लगी भी.
फिर थोड़ी देर के बाद मैंने उन्हें घोड़ी बनने का कहा और फिर उनकी पीछे से चुदाई चालू कर दी. अब पूरे कमरे में आ अया अया आ पच पच की आवाज़ गूंजने लगी थी. अब में नीचे से हाथ डालकर उनके बूब्स को भी दबा रहा था. तभी उनकी चूत टाईट होने लगी और उनकी बॉडी अकड़ने लगी तो मुझे पता चल गया कि अब वो झड़ने वाली है और कुछ ही देर में एक गर्म धार मैंने अपने लंड में महसूस की.
फिर में सीधा लेट गया और उसे अपने लंड पर बैठने को कहा तो अब वो मेरे लंड पर बैठकर ऊपर नीचे होने लगी. अब मुझे बड़ा मज़ा आ रहा था और वो भी अपनी आँखे बंद करके चुदाई का मज़ा ले रही थी. फिर मैंने उसे नीचे लेटा लिया और उसके ऊपर आकर चोदने लगा. अब मैंने अपनी स्पीड बढ़ा दी और फिर में उसकी चूत में ही झड़ गया और उसी पर गिर गया.
फिर में थोड़ी देर लेटा रहा और अब हम दोनों थक चुके थे. अब मेरा लंड अभी भी उसकी चूत में ही था जो धीरे-धीरे सिकुड़कर उसकी चूत से बाहर आ गया था. फिर में उसे किस करने लगा और वो मुझे किस लगी. फिर में लेट गया और वो मेरी पूरी बॉडी को एक्सप्लोर करने लगी. अब वो एक हाथ में मेरा लंड पकड़ कर आहिस्ता-आहिस्ता हिला रही थी और जगह-जगह किस कर रही थी. फिर थोड़ी देर में मेरा लंड दूसरी पारी खेलने के लिए तैयार था और उसके हाथ में था, उसके हाथों की गर्मी से वो जल्दी होश में आ गया था. फिर में उसे लगातार किस करने लगा और वो भी मुझे बहुत सारे किस करने लगी तो इन किस से में थोड़ा गर्म होने लगा.
फिर मैंने उसे अपनी गोद में उठा लिया और अब उसके दोनों पैर मेरी कमर पर क्रॉस थे. फिर में नीचे से अपना लंड उसकी चूत में डालकर उसको चोदने लगा, अब वो मुझे किस करने लगी और आ आ आ की आवाज़ करने लगी. इस तरह चोदने से मेरा पूरा लंड उसकी चूत में एकदम आसानी से जा रहा था और वो आह्ह्ह्ह आह्ह्ह्हह की आवाज़ निकाल रही थी. फिर मैंने उसे ज़मीन पर लेटा दिया, अब वो पेट के बल लेटी थी और में पीछे से उसे चोद रहा था, अब पूरे कमरे में पट पट पट आहाहहहह की आवाज़ गूँज रही थी.
फिर मैंने अपनी रफ़्तार और तेज़ कर दी और में उसकी चूत में झड़ गया. इस दौरान वो दो बार झड़ चुकी थी. फिर हम थोड़ी देर तक ऐसे ही लेटे रहे और फिर राधिका ने कहा कि थैंक यू जय, तो मैंने कहा नहीं राधिका थैंक्स यू और हम दोनों ऐसे ही पड़े रहे. फिर कुछ दिनों के बाद जब उसको पता चला कि वो प्रेग्नेंट है तो उसने मुझे थैंक्स कहा और कहने लगी कि तुम मेरी ज़िंदगी में भगवान के रूप में आये हो, मेरी ज़िंदगी में एक ही कमी थी जो आपने पूरी कर दी और वो ये कहते-कहते रो पड़ी. फिर मैंने उसे चुप कराया और मुझे भी लगा कि मेरी ज़िंदगी किसी के काम आई.